उत्तराखंड

बड़ी खबर : बीकेटीसी के सीईओ थपलियाल ने छुपी पहचान के साथ किया बद्रीनाथ धाम का निरीक्षण, पुजारी समुदाय ने सराहा…

बीकेटीसी के सीईओ थपलियाल ने बद्रीनाथ धाम में पहचान छुपा कर लिया दर्शन व्यवस्था का जायजा। पुजारी व तीर्थ पुरोहित समुदाय ने सराहा सीईओ के अनूठे कदम को

 

श्री बदरीनाथ धाम। उत्तराखंड चारधाम यात्रा के मई- जून में चरम पर रहने के बाद बरसात में यात्रा बंद पड़ जाती है।

 

शनै- शनै यात्रा पुनः शुरू हो रही है श्री बदरीनाथ धाम में निरंतर तीर्थयात्रियों का पहुंचना जारी है मंगलवार को 1700 तीर्थयात्रियों ने दर्शन किये।

 

अभी तक 919252 तीर्थयात्रियों ने श्री बदरीनाथ धाम के दर्शन कर लिए है।

 

इसी तरह श्री केदारनाथ में दो दिन पहले पैदल यात्रा भी शुरू हो हो गयी है अभी तक केदारनाथ में 1095924 तीर्थयात्रियों ने दर्शन कर लिए है। अभी तक सवा बीस लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने श्री बदरीनाथ एवं केदारनाथ धाम के दर्शन कर लिए है।

 

 

 

 

तीर्थयात्रियों को सरल सुगम दर्शन हेतु श्री बदरीनाथ – केदारनाथ मंदिर समिति के नव नियुक्त मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल ने समर्पण भाव से श्री बदरीनाथ धाम तथा श्री केदारनाथ धाम में तीर्थयात्रियों की सेवा का संकल्प लिया है ।

 

उन्होंने आज श्री बदरीनाथ धाम में तीर्थयात्रियों के बीच आम यात्रियों की तरह दर्शन‌ किये वह भी पहचान छुपा कर, ताकि तीर्थयात्री या आम लोग उन्हे मुख्य कार्याधिकारी न समझे।

 

मुख्य कार्याधिकारी दर्शन पंक्ति में लगभग काफी पीछे तीर्थयात्रियों के साथ आम यात्रियों की तरह मंदिर के अंदर पहुंचे उनकी भेष भूषा इतनी अलग थी की मंदिर समिति के स्वयं सेवक कर्मचारी तथा यहा तक की मंदिर के अंदर पुजारीगण भी उनको पहचान नही पाये यहां तक कि वह मंदिर परिसर में साफ- सफाई करते रहे।

 

इस दौरान मुख्य कार्याधिकारी ने तीर्थयात्रियों की दिक्कतो को देखा उनकी क्रिया प्रतिक्रिया देखी तथा सुनी, मंदिर में दर्शन व्यवस्था का अवलोकन किया, मंदिर समिति कर्मचारियों की कार्यशैली का भी निरीक्षण किया।

 

जब वह मंदिर में दर्शन के बाद बाहर प्रांगण में आये तो उसके कई देर बाद उन्होंने अपनी पहचान जाहिर होने दी। बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डा हरीश गौड़ ने बताया कि

 

मंदिर समिति के सभी सदस्यों , तीर्थयात्रियों सहित तीर्थ पुरोहितों तथा मंदिर समिति कर्मचारियों ने मुख्य कार्याधिकारी की कार्यप्रणाली की सराहना की है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button