शीमठ से एक किमी पहले बदरीनाथ राष्टीय राजमार्ग पर भारी बोल्डर आने से हाईवे बंद हो गया। दोनों वाहनों की कतार लग गई है। इससे पहले भी खराब मौसम में मलबा आने के कारण रविवार सुबह बाधित हुए बदरीनाथ हाईवे पर 34 घंटे बाद सोमवार शाम छह बजे वाहनों की आवाजाही सुचारू हो सकी।
विष्णुप्रयाग और घुड़सिल में हाईवे बाधित होने पर करीब 2000 श्रद्धालु करीब आठ किलोमीटर की पैदल दूरी तय कर बदरीनाथ धाम पहुंचे। प्रदेशभर में लगातार हो रही बारिश के बीच सचिव आपदा प्रबंधन विनोद कुमार सुमन ने अपील की है कि सुरक्षा के मद्देनजर मौसम का रुख देखकर ही यात्रा करें।
संबंधित जिला प्रशासन से जारी एडवाइजरी का जरूर पालन करें। सचिव आपदा प्रबंधन विनोद सुमन ने बताया कुमाऊं क्षेत्र में लगातार बारिश का सिलसिला जारी है। भारी बारिश के चलते कुमाऊं का टनकपुर, खटीमा जलभराव से प्रभावित हुआ है। मौके पर अधिकारी और राहत बचाव की टीमें मौजूद हैं।
उन्होंने उम्मीद जताई कि कल से भारी बारिश से थोड़ी राहत मिलेगी। प्रदेश के सभी मुख्य सड़कें खुली हुई हैं। कुछ ग्रामीण सड़कें बाधित हैं। वर्तमान में चारधाम यात्रा चल रही है। सिर्फ एक दिन सात जुलाई को चारधाम यात्रा रोकी गई थी। पर्वतीय मार्गों पर सफर करने वाले लोगों से सचिव आपदा प्रबंधन ने मौसम देखकर ही यात्रा करने की अपील की है।
प्रदेश में भारी वर्षा के कारण अब तक 387 सड़के बंद हैं जिनमें से 62 सड़कें खोल दी गई हैं। गढ़वाल मंडल के अंतर्गत सभी जनपदों में बारिश के कारण नदियों का जलस्तर बड़ा है लेकिन फिलहाल कोई खतरे की बात नहीं है। जबकि कुमाऊं में सिंचाई खंड अल्मोड़ा के अंतर्गत विगत चार दिनों से भारी बारिश होने के कारण कोसी, पनार आदि नदियों, गधेरे उफान पर हैं।
लोक निर्माण एवं सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि प्रदेश में भारी बारिश के कारण सड़कों पर मलबा आने से नेशनल हाईवे, स्टेट हाईवे, मुख्य जिला मार्ग, ग्रामीण मार्ग, पीएमजीएसवाई और अन्य जिला मार्गों सहित बंद कुल 325 सड़कों को खोलने के लिए कर्मचारी एवं अधिकारियों के साथ साथ 279 मशीनें लगातार काम कर रही है। उन्होंने बताया कि तीन नेशनल हाईवे में से दो को खोल दिया गया है। इसके अलावा 14 राज्यमार्गाों में आठ को खोल दिया गया है।
वहीं रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे देर शाम से डोलिया मंदिर के समीप बंद है। पहाड़ी से गिरे भारी बोल्डरों से सड़क क्षतिग्रस्त हो गई है। जिससे दोनों तरफ यातायात ठप है। एनएच द्वारा दोनों तरफ से मशीनों की मदद से मलबे को साफ किया जा रहा है, लेकिन पहाड़ी से गिर रहे पत्थरों के कारण दिक्कत हो रही है। हाईवे बंद होने से कई स्थानीय सहित यात्री अपने वाहनों के साथ दोनों तरफ फंसे हुए हैं।